Dr. R.K Singh आज से दो वर्ष पूर्व सुन्दरी एक अनाथ शावक थी।पैदा होने के साथ उसकी माँ द्वारा उसे त्यागने के पश्चात उसका लालन पालन मैंने किया। युवा होते ही उसको प्राणी उद्यान के बाड़े में छोड़ दिया गया।...
Dr. Rakesh Kumar Singh सात अप्रैल 2017, दिन शुक्रवार, कानपुर प्राणी उद्यान के समस्त स्टाफ में अजब सा उत्साह था, सबको उस पल की क्षण-क्षण प्रतिक्षा थी जो सभी प्राणी उद्यानों में आता तो है मगर यदा कदा। ये वो...
Dr. Rakesh Kumar Singh एक हल्की सी आवाज़ और बेहोशी की दवा से भरी पांच एम एल की डार्ट मेरे कंधे में अंदर तक धँसती चली गयी। अब तो ये मेरे गुस्से की पराकाष्ठा थी,  मैंने आवाज़ की दिशा में...
Dr. Rakesh Kumar Singh सासण गिर के जंगल में चांद अपना आधा साफर पूरा कर चुका था। कभी कभी बादलों के झुंड उसे ढंकने की असफल कोशिश कर रहे थे। उस रात जंगल में गजब की खामोशी थी। बस कुछ...

IVRI Days

0
Dr. R.K. Singh "MARCH 2020" Some sweet memories, some golden moments and those old friends suddenly emerged on the memory board when I entered into that sprawling campus of my alma mater IVRI. As soon as I stepped in, those two...
डॉ आरके सिंह, वन्य जीव विशेषज्ञ, कवि एवम स्तम्भकार'साबी सैंड रिज़र्व की धरती पर इतिहास में कभी इतना खून नहीं बहा था। जितना इन छः शेर भाइयों; जिन्हें दुनिया मपोगो ब्रदर्स के नाम से जानती है; ने बहाया। इन्होंने...
कई दिनों से खौफ का पर्याय बने तेंदुए को पकड़वाने की सूचना प्राप्त होते ही हमारी टीम अविलम्ब रवाना हुई। बार-बार आ रहे फोन स्थिति की आकस्मिकता स्वयं बयां कर रहे थे। वैसे कोई भी तेंदुआ या बाघ खौफ़...
Dr. R.K.Singh जनवरी 2018, सुबह 5:30 बजे मेरे फोन की घण्टी ने मेरी तन्द्रा तोड़ी। बड़े अनमने मन से मैंने फोन उठाया। “सर रानी कुछ हरकत नहीं कर रही” उधर से बेहद घबराया स्वर आया। आनन फानन में मैं तुरन्त रानी...
Dr. Rakesh Kumar Singh "आप सही कह रहे हैं, ऐसा लगता है इसके पेट को चारों ओर से किसी ने कसके दबा रखा है। पेट के कुछ अंदरूनी अंग भी दिख रहे हैं"। मेरे साथी चिकित्सक ने मेरे प्रश्न का...
डॉ आरके सिंह, वन्यजीव विशेषज्ञ, कवि एवम स्तम्भकारकभी कभी क़ुदरत कुछ ऐसा करिश्मा कर दिखाती है कि उस पर सहसा विश्वास करना असम्भव सा लगता है। वह सब इतना नाटकीय होता है कि सत्य होते हुए भी किवदंती लगने...

Recent Posts