डॉ आरके सिंह, वन्यजीव विशेषज्ञ, कवि एवम स्तम्भकारकभी कभी क़ुदरत कुछ ऐसा करिश्मा कर दिखाती है कि उस पर सहसा विश्वास करना असम्भव सा लगता है। वह सब इतना नाटकीय होता है कि सत्य होते हुए भी किवदंती लगने...
Dr. Rakesh Kumar Singhरात को घुप्प अंधेरे में घने जंगल में दौड़ती हमारी जीप सामने से आती टॉर्च की रोशनियों को देख यकायक रुक गई। दो गार्ड हमारे पास आये “सर अब हालांकि कोई खतरा नहीं है फिर भी आप लोग बगल वाले रास्ते...
डॉ राकेश कुमार सिंह और डॉ एम सेम्मारन
31 दिसम्बर 2023/01 जनवरी 2024 नए वर्ष की मध्य रात्रि
स्थान: सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग की बरहावा रेंज का गांव बेलवा
कई हेक्टेयर में सागौन के रोपित सघन पेड़ों पर से टपकती ओस की...
Dr. Rakesh Kumar Singh
सात अप्रैल 2017, दिन शुक्रवार, कानपुर प्राणी उद्यान के समस्त स्टाफ में अजब सा उत्साह था, सबको उस पल की क्षण-क्षण प्रतिक्षा थी जो सभी प्राणी उद्यानों में आता तो है मगर यदा कदा। ये वो...
डॉ आरके सिंह, वन्य जीव विशेषज्ञ, कवि एवम स्तम्भकार'साबी सैंड रिज़र्व की धरती पर इतिहास में कभी इतना खून नहीं बहा था। जितना इन छः शेर भाइयों; जिन्हें दुनिया मपोगो ब्रदर्स के नाम से जानती है; ने बहाया। इन्होंने...
Dr. R.K. Singh
"MARCH 2020"
Some sweet memories, some golden moments and those old friends suddenly emerged on the memory board when I entered into that sprawling campus of my alma mater IVRI. As soon as I stepped in, those two...
Dr. R.K. Singh
तीन मार्च 2022 की सुबह एक युवा तेंदुआ, जो कि सम्भवतः अपना नया क्षेत्र या यूं कहें कि साम्राज्य स्थापित करने निकला था, भटक कर मेरठ शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र पल्लवपुरम में पहुंच गया। प्रारंभ...
Dr. Rakesh Kumar Singh
हमारे चारों ओर नेपाल से लेकर तिब्बत तक फैला महान हिमालय दृष्टिगोचर हो रहा था। पास के अन्य शिखरों ल्होत्से, नुप्तसे और मकालू को देखने के लिये अब नीचे देखना पड़ रहा था। पृथ्वी की यह...
Dr. Rakesh Kumar Singh
पेंच टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र कर्माझिरी की कुंभादेव बीट के कक्ष 589 के विशाल दरख्तों से घिरे खुले मैदान में आकाश चूमती लपटें साक्षी बन रहीं थीं उस इतिहास की जो भारत के किसी भी बाघ...
Dr. R.K Singh
आज से दो वर्ष पूर्व सुन्दरी एक अनाथ शावक थी।पैदा होने के साथ उसकी माँ द्वारा उसे त्यागने के पश्चात उसका लालन पालन मैंने किया। युवा होते ही उसको प्राणी उद्यान के बाड़े में छोड़ दिया गया।...