डॉ राकेश कुमार सिंह और डॉ एम सेम्मारन 31 दिसम्बर 2023/01 जनवरी 2024 नए वर्ष की मध्य रात्रि स्थान: सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग की बरहावा रेंज का गांव बेलवा कई हेक्टेयर में सागौन के रोपित सघन पेड़ों पर से टपकती ओस की...
डॉ राकेश कुमार सिंह, वन्य जीव विशेषज्ञ, साहित्यकार एवम कवि माँ मुझे बचा लो, मां तुम कुछ बोलती क्यों नहीं, तुम कहाँ हो मां, मुझे कुछ भी दिखाई क्यों नहीं पड़ रहा, मेरे छोटे भाई-बहन की आवाज़ क्यों नहीं...
-डॉ राकेश कुमार सिंह, वन्यजीव विशेषज्ञ, स्तम्भकार एवम कवि पंद्रह सौ छिहत्त्तर का वो संग्राम निराला था। भारत माँ के सपूत को आक्रांताओं ने ललकारा था। चेतक पर सवार था महाराणा, हाथ में उसके भाला था। नाहर सी गर्जन थी उसकी, आंख...
डॉ राकेश कुमार सिंह,वन्यजीव विशेषज्ञ“नाइंटी” (नब्बे डिग्री झुककर नमस्कार करना) हॉस्टल में पहला कदम रखते ही एक कड़कती आवाज़ ने मेरा स्वागत किया। इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाता कई शानदार उपमाओं से मुझे नवाज़ दिया गया। मुझे...
Dr. Rakesh Kumar Singhफरवरी महीने का पहला पखवाड़ा था और अभी भी धूप में गुनगुनाहट कायम थी। बस यूं कहिए कि गुलाबी जाड़ों का मौसम था। यह मौसम सभी वनस्पतियों, वन्य जीवों को लुभाता है और प्रकृति के साथ...
Dr. Rakesh Kumar Singh "उन्नीसवीं शताब्दी का उत्तरार्ध" भारत के रजवाड़े अंतिम सांसे गिन रहे थे और बरतानिया हुक़ूमत अपनी जड़ें जमा चुकी थी। इसी दौरान एक टीले पर अकेला बैठा वनराज दूर तक दृष्टिगोचर होते यमुना के बीहड़ों में अपने...
Dr. Rakesh Kumar Singh हमारे चारों ओर नेपाल से लेकर तिब्बत तक फैला महान हिमालय दृष्टिगोचर हो रहा था। पास के अन्य शिखरों ल्होत्से, नुप्तसे और मकालू को देखने के लिये अब नीचे देखना पड़ रहा था। पृथ्वी की यह...
Dr. R.K. Singh When the word "cheetah" falls in our ears, the image of a wild animal that is known for its amazing agility and speed automatically emerges in the mind. Cheetahs (Acinonyx jubatus) are big cat according to their size...

IVRI Days

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Dr. R.K. Singh "MARCH 2020" Some sweet memories, some golden moments and those old friends suddenly emerged on the memory board when I entered into that sprawling campus of my alma mater IVRI. As soon as I stepped in, those two...
Dr. R.K. Singh तीन मार्च 2022 की सुबह एक युवा तेंदुआ, जो कि सम्भवतः अपना नया क्षेत्र या यूं कहें कि साम्राज्य स्थापित करने निकला था, भटक कर मेरठ शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र पल्लवपुरम में पहुंच गया। प्रारंभ...

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