Hey women
Are you looking for perfect man
Sorry but this Earth is full of satan
But instead you want to find
You should search him in
paradise
Or should search him in deep light
They don't want to love you
Believe me or not
But
it's right
They just...
Mohini Tiwari किस्सा महाराष्ट्र के लातूर जिले का है। प्रबुद्ध पत्रकार रवि बापटले ने अपने हौसलों से एक अनूठा गाँव बसाया जो आज समाज के लिए एक मिसाल बन चुका है। उन्होंने इस गाँव को नाम दिया- 'एचआईवी यानी...
Dr. Rakesh Kumar Singhचरण स्पर्श सादर प्रणाम,
सर्वप्रथम "क्षमा माँ" कि मैं लगभग बीस बरस बाद आपको चिट्ठी लिख रहा हूँ। पता नहीं यह चिट्ठी आप तक पहुंच पाएगी कि नहीं। पर कभी कभी आपकी बहुत याद आती है। मन...
Dr. Kamal Musaddiशिप्रा सारी पैकिंग करती जा रही थी मगर बार -बार उसे लग रहा था कि कुछ छूट रहा है। पैंट शर्ट ,टी-शर्ट,नाईट शूट ,दर्जनों अंडरगारमेंट के साथ ,सिर दर्द ,बुखार,दस्त,उल्टी की दवाएं ,मल्टीविटामिन ,सूखे मेवे,मठरी,लड्डू के साथ-साथ छोटी सी मिक्सी ,छोटा सा प्रेस,इंडेक्सन ,फ्राइंगपेन,छोटी कढ़ाई,कुछ...
Dr. Kamal Musaddi
रोज की तरह आज भी कालोनी के पार्क में चौपाल लगी थी। सुबह पाँच बजे और शाम 6 बजे कालोनी के सभी सीनियर सिटीजन पार्क में एकत्रित होते । कुछ योगा करते ,कुछ टहलते और कुछ बेंच...
Pankaj Bajpai
देश पुलवामा हमले के बाद अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से न चाहते हुए भी आत्म रक्षा के लिए युद्ध करने को मजबूर हुआ । पूरा देश पुलवामा के शहीदों के बलिदान का बदला लेने के लिए एक जुट...
Maryam Nazar
Words are like
the clusters of stars
vast and beautiful,
and I wanna gather
them all along
decoratively
and in a manner that
they reveal the essence
of the universe
soul and the
God Almighty
for I know that
this is the only way
to express myself
the only way,
to run away
without...
Dr. Kamal Musaddi एक चर्चित कहावत है ,बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से खाएं । इसके साथ ही एक बहुत चर्चित लोक कथा है कि माँ ने बेटे को एक टाट देते हुए कहा कि जा...
G.P.VARMA
साहित्य में चोरी का आरोप नया नहीं। रचनाकारों का लुटना भी आम है।लेकिन उन्हें ठगा जाना गले नहीं उतरता।कुछ दिन पूर्व दिल्ली में एक विशाल पुस्तक मेले का आयोजन हुआ था।वहां प्रकाशकों का जमघट था।अनेक नई व पुरानी पुस्तकों...
Dr. Asha Singh
“आशा ये पल हमें याद आएंगे” रूपा ने अपने बैग की ज़िप बन्द करते हुए मुझसे कहा। “हाँ रूपा, न मालूम कब इतने वर्ष निकल गए, हॉस्टल लाइफ का पता ही नहीं चला और देखो अब आज...