‘यूपीएससी’ सिविल परीक्षा की कराता है तैयारी
हुनर वक्त का मोहताज नहीं होता, वह किसी भी उम्र में किसी को भी चौंका सकता है। खेलने -कूदने की उम्र में बच्चे जहां आज कार्टून देखना या चेस(शतरंज) खेलना पसंद करते हैं वहीं खेल -खेल में भूगोल पढ़ाने का अभिनय ‘गुरु’ बना देगा,यह किसी ने कल्पना नहीं की थी।
तेलंगाना के एक छोटे से कस्बे मंचेरियल का रहने वाला तेरह साल का ‘अमर स्वास्तिक आचार्य थोगिती’ यूट्यूब पर सुर्खियां बटोर रहा है। अपने चैनल के माध्यम से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में अपना पूर्ण सहयोग दे रहा
है। 1.87 लाख सब्सक्राइबर द्वारा अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश के सबसे युवा यूट्यूबर शिक्षक ‘अमर’ की प्रसिद्धि कहां तक फैल रही है। अमर, अपने वीडियो द्वारा सिविल सेवा के उम्मीदवारों को एटलस में स्थानों और नदियों के नाम याद रखने का सहज तरीका सिखाता है और कठिन से कठिन सवालों का उत्तर बहुत ही सरल तरीके से करने का उपाय भी बताता है।
अमर, पांचवी कक्षा से ही एटलस के साथ खेलता था। उसके पिता ने उसके इस रुझान को एक नया रूप दे, भूगोल पढ़ाना शुरू कर दिया। पिता ‘गोवर्धन आचार्य’ स्वयं सरकारी स्कूल के शिक्षक हैं और जिले में शिक्षकों को प्रशिक्षण देते हैं। एक
दिन जब अमर शिक्षक बन भूगोल पढ़ाने का अभिनय कर रहा था तभी उसकी माँ ने वीडियो बनाकर उसे ऑनलाइन अपलोड कर दिया। बस शौक, हुनर बन गया और हुनर को मंजिल मिल गई। नौवीं कक्षा के छात्र अमर ने मात्र दस साल की उम्र में यूट्यूब पर ‘लर्न विद अमर’ नाम का चैनल शुरु कर दिया।
पिता के द्वारा मिला ज्ञान और अपनी प्रतिभा को आज अमर अपनी माँ के आशीर्वाद से न सिर्फ यूपीएससी छात्रों को लाभ पहुंचा रहा है अपितु अन्य छात्रों और भूगोल विषय को पसंद करने वाले व्यक्तियों को भी विषय को समझने की नयी युक्तियाँ बता रहा है। यूपीएससी की तैयारी करने वालों को पढ़ाने में गर्व महसूस करते हुये अमर बड़े होकर आईएएस बनना चाहता है, जिससे वह भ्रष्टाचार को मिटा सके। आज, ‘अमर’ की प्रतिभा, उसका अपने कार्य के प्रति लगन और देश के प्रति कर्तव्य, युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।