शहीदों को भावुक विदाई……..!

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Pankaj Bajpai
देश पुलवामा हमले के बाद अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से न चाहते हुए भी आत्म रक्षा के लिए युद्ध करने को मजबूर हुआ । पूरा देश पुलवामा के शहीदों के बलिदान का बदला लेने के लिए एक जुट था।जहां देखो वहां बस आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले अपने पड़ोसी को निस्तोनाबूत करने की चर्चा हो रही थी।
भारत सरकार ने बेहद सतर्कता के साथ अपने दुश्मन देश को उसकी सीमा में घुस कर उसके द्वारा संरक्षित आतंकी ट्रेनिंग सेंटरों को निस्तोनाबूत कर बड़ी संख्या में आतंकवादियों को जमीदोज कर दिया। अपने देश के सैनिकों के इस पराक्रम की खबर जब सुबह देश भर में आग की तरह फैली ।जनता में खुशी की लहर दौड़ गयी।
लोग खुशी से झूम रहे थे,नाच रहे ,मिठाईयां बाट रहे थे। भारत माता जी जय  का नारा चारों ओर गूंजने लगा।मगर अब जश्न के साथ सतर्कता बरतने का भी समय था ये।
सीमा पर और तनाव बढ़ गया । थल ,जल ,और वायु सभी सेनाओं ने मोर्चा सम्हाल रखा था। सीमाओं की गहन निगरानी बड़ा दी गयी।
खुशी के बीच एक खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया।पूरा देश जैसे ठहर सा गया।जब पता चला कि बड़गाम सीमा पर भारतीय वायु सेना का एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया I जिसमें अपने देश के जवान शहीद हो गए।
लोगों में अपने देश के बेटों को खो देने का बहुत दुख था। सभी शहीदों के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके निवास स्थान को भेज दिए गए।जब शहर की सड़कों पर तिरंगे में लिपटे शहीदों की शव यात्रा निकली तो जैसे पूरा शहर साथ चल दिया । भीड़ में न कोई हिन्दू था,न कोई मुस्लिम बस सब थे हिंदुस्तानी।
सभी की आखों में पानी और जुबान पर देश के सपूत के लिए जय घोष था। देश के लिए मर मितना सौ जन्मों के समान है।
धन्य है वो माँ जो आपने बेटे को देश के शहीद हो जाने पर रोती नही बल्कि कहती है मैं अपबे दूसरे बेटे को भी देश की रक्षा के लिए सेना में ही भेजूंगी।
बेहद भावुक उस पल में बस एक बात समझ आयी कि देश के लिए न कोई हिन्दू ,न कोई मुस्लिम ,न कोई सिख ।बस कुछ है तो एक बात की हम सब हिंदुस्तानी है।
किसी भी देश की ताकत उसके हथियार से नहीं आंकी जा सकती है।वो देश सबसे ज्यादा ताकतवर है जहां की जनता में देश के लिए प्रेम और देश के लिए कुर्बान हो जाने का जज्बा होता है।
अपना देश भी विश्व का सबसे शक्तिशाली देश है।क्योंकि यहां का हर नागरिक अपने देश को खुद से ज्यादा प्यार करता है।संकट के इस पल में हम सब एक साथ खड़े दिखे।ये एकता का एहसास हमारी सेना को और शक्तिशाली बना देता है। सैनिकों को ये सुखद एहसास मिलता है कि जिस देश के लिए हम अपना घर परिवार छोड़ कर देश की सेवा कर रहे है।वहां के नागरिकों के दिल मे उनके लिए कितना प्रेम और स्नेह है।।।
               देश सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं

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