Humour/Satire तीन पहलू By admin - June 10, 2021 0 2071 FacebookTwitterPinterestWhatsApp Dr. Rakesh Kumar Singhतेज धूप पसीने से लथपथ भूख से बेहाल पत्थर तोड़ता मज़दूर। पेड़ की छांव कोरा कागज मज़दूर की व्यथा लिखता कलम का सिपाही। सुसज्जित वातानुकूलित कक्ष शीतल पेय मज़दूरों के हालात पर चर्चा करते कानूनविद।