योग दिवस की झलकियाँ

0
2819

Dr. S.L. Yadav
अन्र्तष्ट्रीय योग दिवस आोजन के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम आज ग्रीन पार्क स्टेडियम में आयोजित किया गया। योग कार्यक्रम में प्रदेश के औद्योगिक विकास,लद्यु एवं सूक्ष्म उद्याोग मंत्री,उ0प्र0 श्री सतीश महाना ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुये कहा कि योग प्राचीन युग से चला आ रहा है। अब वर्तमान समय मे योग का महत्व बहुत बढ़ गया हैै तथा निरोगी एवं स्वस्थ्य रहने के लिये योग आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार योग की महत्ता को देखते हुये लोगों को योग करने के प्रति जागरूक कर रही है,जिससे कि वह स्वस्थ्य एवं निरोगी रहें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य रहनेे के लिये हमें प्रतिदन योग करने को अपनाना होगा।

अन्र्तष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में मण्डलायुक्त, श्री सुभाष चन्द शर्मा ने कहा कि योग करना अपने को स्वस्थ्य रखने के लिये आवश्यक है। योग शरीर को निरोगी रखने एवं तनाव को कम करके मुक्त करने में सहायक होता है। जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास पन्त के कहा कि निरोगी रहने के लिये हमें योग को अपनी जीवन शैली में प्रतिदिन अपनाना चाहियें। अन्र्तष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में योग गुरू द्वारा योग के विभिन्न आसानों पवनमुक्त आसन, वृज आसन, सलभ आसन सहित अन्य आसनों के द्वारा योग का अभ्यास कराया गया ।

अन्र्तष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में महापौर श्रीमती प्रमिला पाण्डेय, मंडलायुक्त श्री सुभाष चन्द शर्मा, एडीजी श्री प्रेम प्रकाश, आई0जी0 श्री आलोक सिंह, जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास पंत,नगर आयुक्त श्री सन्तोष शर्मा, अपर जिलाधिकारी, नगर श्री विवेक कुमार श्रीवास्तव,अपर जिलाधिकारी (भू0अ0)श्री केहरी सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, जनपद स्तरीय अधिकारीगण एवं हजारों की संख्या में गणमान्य नागरिकों ने प्रतिभाग किया।

भारत में योगाभ्यास की परंपरा तकरीबन 5000 साल पुरानी है। योग को शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य का अद्भुत विज्ञान माना जाता है।आज आईआईटी कानपुर के हवाई पट्टी पर 5 वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ निदेशक डॉ अभय करंदीकर ने दीप प्रज्वलन के साथ किया । इसके बाद योग विशेषज्ञ डॉ.एस.एल यादव ने ईश वंदना के साथ योग का शुभारंभ किया तथा साथ में योगाचार्या डॉ.उर्मिला यादव और उनकी टीम ने भारत सरकार की आयुष मंत्रालय द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत योग का अभ्यास कराया । योग विशेषज्ञ डॉ.एल एल.यादव ने योग प्रेमियों को  बाद यौगिक सूक्ष्म क्रियाएँ,विभिन्न प्रकार के आसनो – ताड़ासन, बृक्षासन, पादहस्तासन ,अर्ध चक्रासन,त्रिकोणासन भद्रासन, वज्रासन, उष्ट्रासन भुजंगासन,पवनमुक्तासन,शवासन सहित लगभग २० आसन, कपालभांति ,अनुलोम विलोम,शीतली एवं भ्रामरी प्राणायाम के बाद ध्यान कराया गया, योगासनों,प्राणायामों, एवं यौगिक सूक्षम क्रियाओ से होने वाले प्रत्येक लाभ के बारे में बहुत ही बारीकी से जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि योग व्यक्ति को लम्बे समय तक युवा बनाए रखने में मद्त करता है। डॉ.यादव ने यह भी बताया की योग व्यक्ति को मानसिक तथा शारीरिक हर दृष्टि से लाभ प्रदान करता है। योग विशेषज्ञ डॉ.एस एल,यादव, एवं डॉ.उर्मिला यादव को निदेशक ने प्रतीक चिन्ह एवं  विधार्थी योग समन्वयक प्रियंका शर्मा, सर्वेश कुमार सोनकर को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया, प्रो.ए के शर्मा ने धन्यबाद ज्ञापित किया.संस्थान योग कोऑर्डिनेटर डॉ पंकज बाही, उप निदेशक -प्रो.मणीन्द्र अग्रवाल, डॉ ए.के शर्मा,डॉ.प्रवाल सिन्हा, डॉ. कुमार रवि प्रिया, प्रो. जे.रामकुमार, प्रो. ए.आर हरीश, प्रो अर्नव भट्याचार्या, प्रो.के.वी श्रीवास्तव , ए.आर.विनोद मलिक, डॉ.वी.पी सिंह, डॉ.सी.पी सिंह, डॉ राकेश मिश्रा, डॉ एस के मिश्रा, डॉ आर के सचान,एन के सिंह आदि गणमान्य सहित लगभग 400 व्यक्ति उपस्थित रहे ।